सूरज

सूर्य आपकी जन्म कुंडली में आपकी मूल पहचान, मौलिक जीवन शक्ति और सचेत जीवन उद्देश्य का प्रतिनिधित्व करता है।

मिथुन राशि में सूर्य: शाश्वत साधक - द्वैत का अनावरण

मिथुन राशि में सूर्य मन की निरंतर स्पंदनशीलता और जुड़ाव की विद्युतीय स्पंदन का प्रतीक है। इन व्यक्तियों की पहचान किसी एक विशिष्ट मूल से नहीं, बल्कि जिज्ञासा, बुद्धि और समझने व संवाद करने की अदम्य इच्छा के गतिशील अंतर्संबंध से होती है। ये राशि चक्र के शाश्वत विद्यार्थी, कुशल संवादी और विचारों व सामाजिक परिदृश्यों के कुशल नाविक होते हैं। इनकी मूल पहचान मानसिक उत्तेजना, सूचनाओं के आदान-प्रदान और निरंतर खोज के आनंद पर आधारित होती है।

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वृषभ राशि में सूर्य: अडिग शक्ति केंद्र

वृषभ राशि में सूर्य उस व्यक्ति का प्रतीक है जिसका मूल सार मूर्त जगत में निहित है - पृथ्वी की स्थिरता और शुक्र की कामुकता का एक शक्तिशाली मिश्रण। ये व्यक्ति केवल जीवन के पर्यवेक्षक नहीं होते; ये समर्पित भोगवादी, निर्माता और गुणवत्ता के पारखी होते हैं। स्थिरता, सुरक्षा, आनंद और अटूट दृढ़ संकल्प इनकी पहचान के स्तंभ हैं। ये वसंत की धैर्यवान, लचीली और गहन रूप से फलदायी ऊर्जा को पूर्णता में प्रकट करते हैं।

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मेष राशि में सूर्य: चिंगारी प्रज्वलित करना

मेष राशि में सूर्य ब्रह्मांडीय प्रथम श्वास का प्रतीक है - व्यक्तिगत चेतना की कच्ची, आदिम चिंगारी। मेष राशि के लोग शुद्ध दीक्षा के प्रतीक होते हैं। वे पथप्रदर्शक, योद्धा, निडर साहसी होते हैं जो जीवन में सिर उठाकर आगे बढ़ते हैं, ठहराव और संकोच के विरुद्ध अपने सींग नीचे झुका लेते हैं। उनकी मूल पहचान कर्म, साहस और इस निर्विवाद घोषणा: "मैं हूँ" की अग्नि में गढ़ी गई है।

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